विद्युत विभाग का व्यवहार बेइंतहा , बेहिसाब और बेईमान हो चूका है।

 सरकार और जनता के सामने सच कहने का साहस किसी सत्ता पक्ष के नेता के पास है तो वो सिर्फ और सिर्फ कौशल किशोर में है।

मैं राज्य मंत्री कौशल किशोर के बयान से 100 प्रतिशत सहमत हूँ। मैं आपकों अपना अनुभव बताता हूँ। ठीक दो दिन पहले  बिजली नहीं आने पर महानगर सबस्टेशन फोन किया।
कई बार फ़ोन करने पर बड़े साहब (अधीक्षण अभियंता) का फ़ोन बड़े ऐंठ में उठा और जेइे से बात करने के लिये कहा और बिना पूरी बात सुनें ही फ़ोन काट दिया। SDO साहब फोन स्विच ऑफ कर के आराम कर रहे थे । मैंने भी आम आदमी के रूप में एमडी मध्यांचल को कई कॉल किए मगर फ़ोन नहीं उठा।मौजूदा दौर में अफसर मलाई और मौज दोनों काटने में व्यस्त हैं।जनता का क्या है ? पहले भी मर और रो रही थी अब भी मरे और रोए।

पर इतनी बात बड़ी जिम्मेदारी से कहूंगा की इतने बुरे हालात और अफ़सरों की मनमानी कभी देखने को नहीं मिली थी।

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