जन्मदिन पर जय सिंह, आईआईएस ने संत गाडगे पुस्तकालय खोलने के लिए छः डिसमिल जमीन दान किये

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*पूरे भारत में सभी प्रदेशों में केक काटकर मनाया गया जय सिंह का जन्मदिन* 

*उत्तर प्रदेश में जय सिंह के फॉलोअर्स भी जगह-जगह केक काटकर मनाया जन्मदिन।*

लखनऊ/ 5जुलाई/ एक ऐसा शख्स जो प्रशासनिक पद की जिम्मेदारी निभाते हुए सामाजिक सरोकारों से जुड़े रहने व सभी गरीबों, मजलूमों व वंचितों के सशक्तिकरण के लिए सदैव हर संभव मदद करने वाले जय सिंह, आईआईएस का जन्म  देश व प्रदेश के साथ-साथ कई देशों में भी जगह-जगह केक काटकर मनाया गया। जय सिंह के कार्यालय में दिन भर जन्मदिन की बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। बात चीत में जय सिंह ने बताया की सुबह से ही हजारों फोन कॉल्स और वीडियो कॉल्स के माध्यम से बधाई देने वालों की लाइन लगी रही, सभी शुभ चिंतकों का प्यार, स्नेह, और सहयोग दिन भर मिलता रहा।कई जगहों पर शुभ चिंतकों ने ऑनलाइन केक काटकर बधाई दिए । जय सिंह ने अपने जन्मदिन के अवसर पर संत गाडगे और अंबेडकर पुस्तकालय खोलने के लिए वार्ड- 7, बरियारपुर नगर पंचायत, जिला देवरिया में छः डिसमिल जमीन का दान विमल एजुकेशनल एवं सोशल फाऊंडेशन, उत्तर प्रदेश को किया। उक्त जमीन पर गरीब बच्चों के लिए नि:शुल्क पुस्तकालय का निर्माण कराया जाएगा, जिसमें समाज के गरीब, असहाय व वंचित छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क पढ़ने लिखने व आगे बढ़ाने के लिए नि:शुल्क सभी शैक्षणिक सुविधा प्रदान की जाएगी । बताते चलें की जय सिंह प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ समाज के सभी वर्ग के गरीबों वंचितों व असहाय की मदद करने में हमेशा आगे रहते हैं उनकी सोच व प्रयास है कि गरीब बच्चों के लिए पढ़ने के लिए हर साल  एक पुस्तकालय खुलवाया जाए। जिसके क्रम में उन्होंने गोरखपुर व लखनऊ में संत गाडगे पुस्तकालय व वाचनालय खुलवा रखा है,  जिसमें समाज के गरीब बच्चे जो फीस जमा नहीं कर पाते हैं वह पढ़ने आते हैं। उनका प्रयास है कि हर गांव में स्कूल व पुस्तकालय का निर्माण विमल एजुकेशनल एवं सोशल फाउंडेशन, उत्तर प्रदेश के सहयोग से स्थापित कराया जाएगा। अपने जन्मदिन पर जय सिंह ने 45 पेड़ लगाकर पर्यावरण को संरक्षित करने का संदेश भी दिया। इस अवसर पर सैकड़ो शुभचिंतक, समर्थक और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
[7/6, 9:23 AM] राष्ट्रीय अध्यक्ष -जन समस्या सामाजिक न्याय संगठन: *अब आईपीसी की धाराओं की जगह, भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) होगी लागू*

@302 (हत्या) की जगह होगी_103

@307 (हत्या का प्रयास)_109

@323 (मारपीट) 115 

@354(छेड़छाड़) की जगह_74

@354ए (शारीरिक संपर्क और आगे बढ़ना)_76

@354बी (शारीरिक संस्पर्श और अश्लीलता_75

@354सी (ताक-झांक करना)_77

@354डी (पीछा करना)_78

@363 (नाबालिग का अण्डरण करस)_139

@376 (रेप करना)_64

@392 (लूट करना)_309

@420 (धोखाधड़ी)_318

@506 (जान से मारने की धमकी देना_351

@304ए (उपेक्षा द्वारा मृत्यु कारित करना_106

@304बी (दहेज हत्या)_80

@306 (आत्महत्या के लिए उकसाना_108

@509(आत्महत्या का प्रयास करना_79

@286(विस्फोटक पदार्थ के बारे में उपेक्षापूर्ण आचरण)_287

 @294( गाली देना या गलत इशारे करना)_296

@509 लज्जा भंग करना)_79

@324 जानबूझकर चोट पहुंचाना)_118(1)

@325 (गम्भीर चोट पहुंचाना)_118(2), 

@353 (लोकसेवक को डरा कर रोकना_121

@336 दूसरे के जीवन को खतरा पहुंचाना_125

@337 (मानव जीवन को खतरे वाली चोट पहुंचाना)_125(ए)

@338 (मानव जीवन को खतरे वाली चोट_125(बी)

@341 (किसी को जबरन रोकना_126

@284 विषैला पदार्थ के संबंध में अपेक्षा पूर्ण आचरण_286

@290 (अन्यथा अनुबंधित मामलों में लोक बाधा दंड)_292

@447 अपराधिक अतिवार_329(3)

@448 (गृह अतिचार के लिए दंड)_329(4)

@382 (चोरी के लिए मृत्यु क्षति_304

@493 दूसरा विवाह करना)_82

@495ए (पति या उसके रिश्तेदार द्वारा क्रूरता)_8

*बुधवार,  03 जुलाई 2024 के मुख्य सामाचार*

🔸हाथरस में सत्संग के बाद भगदड़, 122 की मौत:भास्कर रिपोर्टर ने अस्पताल के बाहर लाशें गिनीं; 22 आयोजकों पर FIR, मैनपुरी आश्रम में छापा

🔸हाथरस हादसा- 150 लोग तड़प रहे थे, एक डॉक्टर था:घायलों के परिजन बोले- जब लाए, सांसें चल रही थीं; इलाज नहीं मिलने से मौत

🔸नए क्रिमिनल कानूनों पर कमेंट करने से CJI का इनकार:कहा- मामला कोर्ट में लंबित है, फिलहाल कुछ भी बोलना ठीक नहीं होगा

🔸Hathras Accident : लाशों का ढेर देखकर सहम गया पुलिस जवान, हार्ट अटैक आने से हुई मौत

🔸'जिसके दर्शन होते हैं, उसके प्रदर्शन नहीं होते', हिंदुओं पर राहुल गांधी की टिप्पणी पर भड़के पीएम मोदी

🔸'मेरे भाषण के एक बड़े हिस्से को कार्यवाही से हटाया गया', राहुल गांधी ने स्पीकर को लिखी चिट्ठी

🔸'राहुल की भाषा ठीक नहीं थी, हमें सदन में वैसा बर्ताव नहीं करना' NDA सांसदों को पीएम मोदी की नसीहत

🔸नेपाल में प्रचंड सरकार की विदाई तय, ओली ने नेपाली कांग्रेस के साथ किया समझौता, बनेंगे प्रधानमंत्री

🔸हाथरस हादसा है या साजिश इसकी तह तक जाएंगे… ऐक्शन मोड में सीएम योगी, मौके पर पहुंचे मुख्य सचिव और यूपी डीजीपी

🔸अंबानी परिवार ने करवाया सामूहिक विवाह:अनंत-राधिका की शादी से पहले जरुरतमंदों के लिए खास पहल, नीता अंबानी ने दिया जोड़ों को आशीर्वाद

🔸गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली केजरीवाल की याचिका पर CBI को नोटिस

🔸केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में किए महत्‍वपूर्ण बदलाव, राजिंदर खन्‍ना बने एडिशनल NSA

🔸झारखंड में सत्ता पक्ष के विधायकों की बैठक से पहले सीएम चंपाई सोरेन से मिले हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री ने किए सभी कार्यक्रम रद्द

🔸बिहार: महज़ 13 दिनों के भीतर छह पुल ढहे, सरकार ने जांच समिति गठित की

🔸पुणे में दर्दनाक हादसा, हाइवे से फिसलकर नाले में गिरी कार, पांच लोगों की मौत

🔸18वीं लोकसभा में विपक्ष पर अमर्यादित व्यवहार का लगा आरोप, संसद में टीवी कवरेज नियम को बदलने की उठी मांग

🔸VIDEO: ब्रेक फेल के बाद बेकाबू हुई बस, जवानों ने  बचाई 40 श्रद्धालुओं की जान

🔹ZIM vs IND : युवा टीम इंडिया जिम्बाब्वे दौरे के लिए रवाना, शुभमन गिल को मिली कप्तानी

        उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग के मुख्य सूचना आयुक्त डा० राजकुमार विश्वकर्मा ने आयोग के करोड़पति कनिष्ठ लिपिक को बचाने के लिए रची आपराधिक साजिश ...!!!

   संजय आजाद ने सूचना मांगी थी जन सूचनाधिकारी कार्यालय प्रमुख सचिव, सतर्कता उ०प्र०शासन से...!

   आयोग ने नोटिस जारी कर दी जनसूचनाधिकारी, कार्यालय प्रशासनिक सुधार विभाग और सचिव उ०प्र० सूचना आयोग को...!!!

    बताते चलें कि सूचना आयोग के एक भ्रष्ट कनिष्ठ लिपिक के विरूद्ध आय से अधिक चल-अचल सम्पत्तियां अर्जित किए जाने के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर सतर्कता विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। पूर्व में दर्ज कराई गई शिकायत के क्रम में जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत सतर्कता विभाग के जन सूचनाधिकारी से सूचना मांगी गई थी। 
    सूचना आयोग के कक्ष सं०- 1 से भेजा गया मेल चौंकाने वाला दिखा। मेल द्वारा भेजी गई नोटिस में जहां जन सूचनाधिकारी, कार्यालय प्रमुख सचिव सतर्कता विभाग, उ०प्र० शासन होना चाहिए था वहां पर नोटिस में छपा दिखाई दे रहा है, - जन सूचनाधिकारी,  कार्या०- प्रशासनिक सुधार विभाग,  लखनऊ व 3 नंबर पर जन सूचनाधिकारी /सचिव,  उ०प्र० राज्य सूचना आयोग, लखनऊ ।

   अपीलार्थियों व शिकायतकर्ताओं का खुले रुप से कहना है कि जब से राजकुमार विश्वकर्मा ने पद को धारण किया है तभी से उनके द्वारा वृहद स्तर पर अनाप-शनाप गैर-कानूनी काम छुट्टा सांड माफिक किए जा रहे हैं । 
    फिलहाल मुख्य सूचना आयुक्त ने जिस शातिराना अंदाज में हमारी अपील में कूटरचना करते हुए जो खेला किया है उसकी उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की तत्काल घोर  आवश्यकता है । अन्यथा की स्थिति में राजकुमार विश्वकर्मा जैसे शातिर महाभ्रष्ट आयुक्तों के हाथों जिस शातिराना अंदाज़ से जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 की ऐसी की तैसी की जा रही है, उसे देखकर पुख्ता तौर पर हम कह सकते हैं कि बहुत जल्द आरटीआई का नामोनिशान इस प्रदेश से  मिटने वाला है । 

     प्रियजनों की नजरों के सामने आयोग की षड्यंत्रकारी नोटिस महज़ इस उद्देश्य से शेयर कर रहा हूं ताकि उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के तानाशाहों के भ्रष्टाचारी हाथों से किए जा रहे कुकृत्यों का खुलासा सार्वजनिक रूप से किया जा सके...!!!

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